पर्सनल ट्रेनर अपने ग्राहक को कड़ी कसरत के माध्यम से ले जाता है, उसे अपनी सीमा तक धकेल देता है क्योंकि वह निरंतर संघर्ष करती है। वर्कआउट की तीव्रता ग्राहक की जीभ के कभी-कभी चाटने से ही टूट जाती है, जो दोनों पक्षों के लिए एक बहुत ही आवश्यक रिहाई प्रदान करती है।